Indian Pill Market: पिछले कुछ सालों से दुनियाभर के अन्य देशों के साथ-साथ भारत में भी स्मार्टफोन और लैपटॉप्स की डिमांड काफी तेजी से बढ़ी है. खासतौर पर पहले 4G और फिर 5G नेटवर्क के लॉन्च होने के बाद हाई-स्पीड इंटरनेट ने लोगों के जीवन में कई बदलाव ला दिए हैं.
उन बदलावों का अनुभव लेने के लिए लोगों के पास फोन या टैबलेट जैसे डिवाइस का होना जरूरी है. शायद यही कारण है कि इस साल यानी 2024 में भारत का टैबलेट मार्केट काफी तेजी से बढ़ा है. आइए हम आपको इसके बारे में एक रिपोर्ट बताते हैं.
2024 में बढ़ी टैबलेट्स की बिक्री
भारत के टैबलेट मार्केट ने 2024 की तीसरी तिमाही (Q3 2024) में शानदार वृद्धि दर्ज की, जिसमें साल-दर-साल (YoY) 46% और तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) 79% की ग्रोथ हुई. यह वृद्धि विशेष रूप से 5G टैबलेट्स की बढ़ती मांग और महंगे डिवाइसेस की ओर उपभोक्ताओं के रुझान के कारण है, खासकर त्योहारों के सीजन में.
रिपोर्ट में बताया गया कि 20,000 से 30,000 रुपये के बीच की कीमत वाले टैबलेट्स की बिक्री में 108% की जबरदस्त वृद्धि हुई, जिससे प्रीमियम मॉडल्स की ओर रुझान स्पष्ट होता है. बजट फ्रेंडली यूजर्स के बीच Wi-Fi-ओनली टैबलेट्स का मार्केट शेयर 62% रहा, जबकि ऑन-द-गो कनेक्टिविटी के लिए 5G टैबलेट्स का 19% बाजार पर कब्जा रहा.
एप्पल और सैमसंग का रहा दबदबा
Apple ने 34% मार्केट शेयर और 95% YoY वृद्धि के साथ लीड किया, जिसमें iPad 10 सीरीज़ की लोकप्रियता से 60% शिपमेंट्स में इज़ाफा हुआ. Samsung ने 25% मार्केट हिस्सेदारी और 70% YoY वृद्धि के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जिसमें Galaxy A9 Plus 5G की हिस्सेदारी 52% रही. वहीं, Xiaomi ने Redmi Pad मॉडल्स के कारण भारत के किफायती मार्केट में 146% की सालाना वृद्धि दर्ज की.
Lenovo की बिक्री में 13% की गिरावट देखने को मिली, जबकि OnePlus ने अपनी Pad Go Wi-Fi सीरीज के साथ 97% YoY वृद्धि हासिल की.CMR का अनुमान है कि साल के बाकी हिस्सों में भारत का टैबलेट बाजार 10-15% की वृद्धि देखेगा. इसमें उपभोक्ताओं की प्रीमियम और किफायती टैबलेट्स के प्रति रुचि, और शिक्षा, स्वास्थ्य और हॉस्पिटैलिटी टेक्नोलॉजी में बढ़ती कमर्शियल डिमांड का बड़ा योगदान रहेगा.
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