लगातार ग्रोथ के बाद अब Smartwatch की मांग कम होने लगी है. 2024 में Smartwatch इंडस्ट्री की स्पीड पर ब्रेक लगा है और ग्लोबल शिपमेंट में 7 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. यह पहली बार है, जब इस इंडस्ट्री में गिरावट देखी गई है. हालांकि, चीन में अभी भी Smartwatch की मांग बनी हुई है और इसने नॉर्थ अमेरिका और भारत को पछाड़कर ग्लोबल स्मार्टवॉच शिपमेंट में सबसे बड़ी हिस्सेदारी हासिल की है.
क्यों कम हुई मांग?
काउंटर प्वाइंट रिसर्च के अनुसार, स्मार्टवॉच की मांग में गिरावट आने के कई कारण हैं. इसमें सबसे बड़ा कारण Apple का खराब प्रदर्शन है. दरअसल, Apple Watch की लेटेस्ट सीरीज लोगों को आकर्षित नहीं कर पाई. इस वजह से नॉर्थ अमेरिका समेत कई क्षेत्रों में लोगों ने अपनी पुरानी स्मार्टवॉच को Sequence 10 वॉचेज से अपग्रेड नहीं किया. इसके अलावा भारत में भी बेसिक स्मार्टवॉच कैटेगरी में मांग कम हुई है.
Apple को नुकसान, Samsung को फायदा
स्मार्टवॉच शिपमेंट में अभी भी ऐपल सबसे बड़ी कंपनी है, लेकिन उसे सालाना आधार पर 19 प्रतिशत गिरावट का सामना करना पड़ा है. नॉर्थ अमेरिका में ऐपल सबसे मजबूत है, लेकिन यहां भी लोगों ने कंपनी की लेटेस्ट स्मार्टवॉच को खरीदने की बजाय अगली अपग्रेड तक इंतजार करने का फैसला किया है. दूसरी तरफ सैमसंग ने इस दौरान अपनी स्थिति मजबूत की है. गैलेक्सी वॉच लाइनअप के चलते कंपनी की शिपमेंट सालाना आधार पर 3 प्रतिशत बढ़ी है.
शाओमी सबसे तेज
सैमसंग से भी ज्यादा Xiaomi ने अपनी स्थिति मजबूत की है. कंपनी 2024 की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली कंपनी बन गई और यह पहली बार टॉप 5 स्मार्टवॉच कंपनियों में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है. कंपनी ने स्मार्टवॉच पोर्टफोलियो में कई नए प्रोडक्ट्स जोड़े हैं और इसकी Watch S1 और Redmi Watch लोगों को खूब पसंद आ रही है.
किड्स स्मार्टवॉच की मांग भी बढ़ी
ताजा आंकड़े बताते हैं कि बच्चों के लिए स्मार्टवॉच की मांग बढ़ी है. इस कैटेगरी में Imoo जैसे ब्रांड का दबदबा है. लोग अपने बच्चों से कनेक्टेड रहने और उन्हें ट्रेक करने के लिए स्मार्टवॉच खरीद रहे हैं. इस कैटेगरी के बढ़ते आकार को देखते हुए Noise, boAt, और Fitbit जैसी कंपनियां भी बच्चों के लिए स्मार्टवॉच लाने लगी हैं.
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